Simple , basic lessons on Criticism of Socialism

Socialism क्या है ?

Socialism कुछ नही बस सामंतवाद का ही एक आदि रूप है।

संविधान की मूल प्रति में socialism नही था। यह 1976 के 42nd संसोधन करके लाया गया है।

प्रजातंत्र और समाजवाद उतने ही बेमेल (immiscible) होते हैं जितना कि तेल और पानी।
 समाजवाद का ही by product होता है bureacratism और crony capitalism।

Simple , basic lessons on Criticism of Socialism

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