On photographs of small children bearing a political affiliation
I have a huge DISLIKING for those photographs of small kids which are showing them supporting any political groups (e.g. AAP, BJP,RSS) in all of their innocence.
Aren't the grownups, the adults suppose to teach the small children HOW TO KNOW the right from the wrong, INSTEAD OF teaching what is right and what is wrong. From this school of thought, a small kid supporting a political outfit is reminiscent of brainwashing carried out on him instead of the awakening of a conscience within him.
Small kids are expected to be pure, unbiased and innocent(not having Full-awakened conscience). Politics is a large activity which requires immense sense of justice and an application of conscience. How on earth should small children be expected to have cultivated these at their tender age. Isn't the photograph, then, suggestive of a child exploitation, or a brainwashing.
Can such move be defended on the argument of giving a role model to the small kids? Aren't the role models above all party-political clamour and supposedly a person who is recognized for his social contributions by people rising above the political affiliation ?
हिंदी अनुवाद:
मुझे छोटे-छोटे बच्चों की वह तस्वीरें सख्त नापसंद हैं जिसमे उन्हें बड़ी मासूमियत वाली भावना से किसी न किसी राजनैतिक दल से सम्बद्ध और समर्थन करते हुए दर्शाया जाता हैं।
मुझे लगता है की वयस्क,बड़े व्यक्तियों की जिम्मेदारी होती है कि वह छोटे और मासूम बच्चों को यह सिखाएं की बच्चे स्वयं से सही और गलत के बीच में अंतर कैसा करें, न की यह सिखाएं की क्या सही है और क्या गलत। सही और गलत में अंतर करने का अंतिम अधिकार प्रत्येक व्यक्ति (वयस्क अथवा बालक) का ही होना चाहिए। छोटे छोटे अबोद्ध बालक किसी राजनैतिक दल का समर्थन करते हुए दिखते हैं तब ऐसा आभास होता है की मानों कोई वयस्क इनके श्वेत अंतर्मन पर जबरन अपनी इच्छा के रंग डाल रहा है। उन्हें विचार शून्यता में धकेल रहा है।
दल-गत राजनीत एक जटिल क्रिया है जिसमे शमलित होने वाले व्यक्तियों का स्वयं का अंतःकरण तथा न्याय करने की समझ दल-गत राजनैतिक विचारधाराओं में पक्ष लेने से पूर्व प्रबुद्ध हो चूकी होनी चाहिए। क्या हम नन्हें, अबोद्ध बालकों से इतने विक्सित अंतःकरण की अपेक्षा कर सकते हैं? यदि नहीं, तब फिर यह अबोद्ध बालक का राजनैतिक दल का समर्थन कैसा?
नन्हे, अबोद्ध बालकों का अंतरमन स्पष्ट, पवित्र, भेद-भाव हीन तथा किसी भी व्यक्ति अथवा दल का पक्ष लेने में असमर्थ होता है।
और फिर क्या छोटे बालकों द्वारा किसी राजनैतिक दल का समर्थन को इस तर्क पर स्वीकृत किया जा सकता है कि यह समर्थन मात्र इन बच्चों को एक आदर्श, अनुसरणीय उद्धहरण देने के अर्थ में था? क्या हमे अपने बच्चों को दिए जाने वाले आदर्श, अनुसरणीय उद्धहरण ऐसे व्यक्ति निर्वाचित नहीं करने चाहिए जो दल-गत राजनीत से ऊपर उठे हों, और जिन्हें हमारा समाज सर्व-स्वीकृति से जनहितैषी कार्यकर्ता मानता है।
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