Democracy and populism
populism has a definite purpose to serve the gains of Realpolitik in a Democracy . Government after governments are becoming narrow minded in selection of populist people to give rewards and tribute so to make impressions among the citizens that these populist people belong to their camp .
The ignorant, conscience-less man follows the populist name, and thus he is drawn to vote in the political outfit which mere succeeds in Making the impressions of being the victor.
There is nothing more needed than a huge lot of conscience less citizens to sabotage a democracy. India is abundant in such class of citizens.
लोक-लुभावनता घटित हो रही अंतर-दलीय कूटनीति के दौरान एक विशिष्ट उद्देश्य को प्रभावित करती है, किसी भी प्रजातंत्र में। सत्ता-रूड़ राजनैतिक दल की सरकारें एक-के-बाद प्रत्येक लोक-लुभावन व्यक्ति को कोई सम्मान या पुरस्कार दे कर नागरिकों में यह प्रभाव,भ्रम, देने का प्रयत्न करती हैं की यह लोक-लुभावन व्यक्ति उनके राजनैतिक दल के खेमे में हैं, और उनके कूटनैतिक विचारों से सहमत तथा सम्बद्ध है।
अबोद्ध, आत्म-जागृति से वंचित नागरिक ऐसे लोक लुभावन नामों के पीछे-पीछे चलते हुए स्वयं ही उन राजनैतिक दल को अपना मत दे आते हैं। इस प्रकार से हम ऐसा समझ सकते हैं की प्रजातंत्र-बहरूपिए-मूर्खतंत्र में सत्ता सुख प्राप्त करने हेतु किसी भी राजनैतिक दल को मात्र इतना ही पूरित करना होता है कि अपनी जन छवि ऐसी रखे की मानो वही विजई हो रहा है।
एक सफल प्रजातंत्र को भेद सकने के लिए मात्र कुछ अबोद्ध, अंतरात्मा-हीन नागरिकों की ही आवश्यकता होती है। और भारत तो भरा हुआ है ऐसे व्यक्तियों से।
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