Logic और भक्त
अरे भाई deductive logic भी तो कोई चीज़ होती है , कि नहीं?
अगर केह दिया गया है कि 'सूरज सर पर चमक रहा है', तो क्या *deductive logic* को इंकार करते हुए यह बहस करोगे कि 'किसने कहा कि दिन हो रहा है ??'
अगर केह दिया गया है कि 'सूरज सर पर चमक रहा है', तो क्या *deductive logic* को इंकार करते हुए यह बहस करोगे कि 'किसने कहा कि दिन हो रहा है ??'
उसी तरह CAA कानून और उनके संशोधन के अभिप्राय, *deductive logic* सभी को समझ आ रहे हैं। बेकूफों जैसे बहस मत करते दिखो की किसने कहा कुछ वर्ग/धर्म के लोगों की नागरिकता ख़त्म होने का संकट है !
Deductive logic कुछ तो होती है। या कि पूरी दुनिया को ही ' *भक्त* ' *mental ability* समझते हो?
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