जय शाह का जादूई करिश्मा

जय शाह, अमित शाह का बेटा, ने क्रिकेट बोर्ड ,BCCI के कोषाध्यक्ष बनते ही एक और दैविक करिश्मा कर दिखाया है। रातों रात उन्होंने मात्र 27 followers से बढ़ते हुए 10000 से भी अधिक followers प्राप्त कर लिए, वह भी एक भी tweet किये बगैर !
और साथ ही में twitter की तरफ से प्रमाणिकता का चिन्ह - double tick का निशान भी प्राप्त कर लिया।
यह जय शाह के पहले वाले दैविक करिश्मे से कम नही था जब उन्होंने विमुद्रिकारण वाले वर्ष में एक कंपनी बनाई मात्र 80 हज़ार रुपये में, और अगले ही साल 1600 करोड़ का कारोबार करके, मुनाफा देकर वह कंपनी कंगाल हो कर बंद भी हो गयी।
दलित और पिछड़े वर्ग से आये एक जाने माने पत्रकार दिलीप चंद मंडल को भी ट्विटर ने प्रमाणिकता का चिन्ह से अभी तन नवाज़ा नही है, जबकि उनके लेख बीबीसी  पर आये दिन प्रकशित होते हैं। twirter दिलीप मंडल को इतने लेखों के बावजूद नही जानता, और जय शाह को एक भी tweet किये बगैर जान जाता है।
यहाँ तक कि दिलीप मंडल के profile को कुछ दिन पहले twitter ने अवरोधित भी कर दिया था, हालांकि शिकायतें और पक्षपात के आरोप आने पर उसे जल्द ही अवरोध हटाने पड़े थे।
Twitter के शीर्ष भारत देश क्षेत्र में हाल में नियुक्त किया गया है, मनीष माहेश्वरी नाम से , जो की पहले नेटवर्क 18 ग्रुप में काम करते थे, जो कि रिलायंस की उप कंपनी है।
सच है, आरक्षण के भरोसे आप दुनिया नही जीत सकते हैं। आप twitter को न तो निर्माण कर सकते हैं, न उसके भारत शीर्ष नियुक्त किये जा सकते हैं।

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