बच्चों में प्रोत्साहन ऊर्जा क्यों क्षीर्ण हो जाती है

XYZ Singh एक निहायत ही talent less, skill less "बेरोज़गार" किस्म का युवक है, जो कि इधर-उधर यार दोस्तों में घूम-घूम कर अपने आप को कामगार साबित करने की मिथ्या रचते हुए अपना समय जाया करता रहता है। XYZ Singh का world view भी विकृत है, वो short cuts से  तुरन्त और सस्ते अवगुणी तरीकों से achievement प्राप्त करना चाहता है अपने जीवन में। achievement जैसे कोई  स्थान, पद, व्यापरिक कामयाबी, धन सम्पति, इत्यादि।

सवाल है कि XYZ Singh ऐसा बना ही कैसे?  उसमें यह सब ऐब आये कहां है? आखिर जन्म से तो कोई भी ऐसा नही होता है, फ़िर XYZ Singh ऐसा कैसे हुआ?

इसके राज XYZ Singh के मातापिता के जीवन-निर्णयों में छिपे हुए हैं। कौन थे XYZ Singh के मातापिता और कैसा व्यक्तिव था उनका, शायद यह जान कर हमें पता चल सके कि XYZ Singh के लालनपोषण में क्या कमियां रेह गयी कि XYZ Singh एक निट्ठल्ला , झूठा, टालू, बहानेबाज, स्वाभिमान से ख़ाली व्यक्ति बना युवावस्था में।

निर्णय ले सकने की काबलियत की दृष्टि से संसार में दो किस्म के लोग होते है - वो जो अपने खुद के चिंतन से निर्णय ले सकने के काबिल होते है Conscious man, और वो जो की चलन से दूसरों के पीछे पीछे चलते हैं -Complaint man. XYZ Singh के मातापिता एक narcissist किस्म के व्यक्ति थे। ऐसे व्यक्ति जिनका अपने सगे भाई बहनों के संग खूब झगड़ा रहता है। narcissist व्यक्ति एक मातापिता या एक बंधु के तौर पर कैसा आचरण रखते हैं, यह दिलचस्प होगा जानना, अगर हमें XYZ Singh के आचरण के मूल कारणों को समझना है तो। Narcissist व्यक्ति परायों और दुनिया से तो खूब खुशामद करके बात करते हैं, एकदम तलवे चाटते हुए, मगर अपने खुद के सगे संबंधियों को भौंक-भौंक कर खदेड़ देते हैं। इसलिये narcissist एक चलन-निर्णय(-Complaint )  वाला व्यक्ति होता है। 

narcissist अपने सगे लोगों पर ही आक्रामक हो कर हमला करते हैं, यातना देते है, जहरीले शब्द बोलते हैं, बेइज़्ज़त करते रहते हैं। 

यहाँ से आरम्भ होती है एक narcissist व्यक्ति की स्वाभिमान से ख़ाली जीवन लीला। narcissist व्यक्ति में self respect क्षीर्ण पड़ने लगता है, और self respect का रिक्त एक arrogant, घमण्ड भरे आचरण से भर जाता है, "शोशेबाजी, बड़बोली, दिखावा," इत्यादि ऐब से।

Self respect ही self confidence की कमी भी देता है, और अक्सर करके हम narcissist व्यक्तियों में self confidence की कमी भी दिखाई पड़ती है, जो की self respect के संग चलने वाली कमी होती है।

मगर यह self respect क्यों कम होता है, narcissist पालन पोषण के दौरान? क्योंकि self confidence कमज़ोर होता है। narcissist व्यक्ति अपनों से प्रताड़ना झेलते ( /देते रहने) की वजहों से सहयोग करने में कमज़ोर हो जाते हैं। फ़िर धीरे धीरे उनमे प्रोत्साहन ऊर्जा भी कमज़ोर हो जाता है।  वह कोई भी कार्य स्वेच्छा से, आनंद से , स्व-ऊर्जा से नही कर रहे होते हैं, बल्कि ईर्ष्या उसकी ऊर्जा को कमज़ोर करती रहती है। उनको दुर्र-प्रोत्साहित करती रहती है। ईर्ष्या उन्हें अक्सर दूसरे अन्य "ईर्ष्यावश" विचारों में भी घेर कर झोंक देती है। वह भटक जाते हैं, और तब वह सीखने में, पठन में, या अनवरत अभ्यास करने में भी भटक जाने लगते हैं और धीरे धीरे talent less , skill less हो जाते हैं। 

मगर कुछ एक narcissist, उल्टे, ईर्ष्या को अपनी ऊर्जा बना लेते हैं, वह तो जीवन में कुछ कामयाबी प्राप्त कर लेते हैं। हालांकि यह कामयाबी कुछ हद तक की ही होती है।

 कई सारे narcissist अपने भीतर की ईर्ष्या से ग्रस्त मन भटकने की वजह से ध्यान भंग हो जाते हैं। वो कोई भी कार्य दीर्घकालीन और अनवरत अभ्यास से पूर्ण नही कर पाते है। कार्य जैसे की अध्ययन , पठन,  अभ्यास, चिंतन, मंथन , इत्यादि। XYZ Singh के संग भी यही सब कुछ घटा था। उसके मातापिता ने नकारात्मक ऊर्जा से उसका पोषण कर दिया था।

Comments

Popular posts from this blog

The Orals

Why say "No" to the demand for a Uniform Civil Code in India

About the psychological, cutural and the technological impacts of the music songs