क्या मतलब होता है, जब हम किसी अमुक व्यक्ति को एक Historian (इतिहासकार) के तौर पर चिन्हित करते हैं?

क्या मतलब होता है, जब हम किसी अमुक व्यक्ति को एक Historian (इतिहासकार) के तौर पर चिन्हित करते हैं?

आम तौर पर हम सभी लोग इतिहासकारों को एक बुड्ढा सा, बेमतलब का ज्ञान कुंड रखने वाला व्यक्ति समझते हैं। एक, ऐसी बातें का संग्रहण करने वाला व्यक्ति जिसका आधुनिक या वर्तमान काल से कोई वास्ता नहीं है, जो अतीतकाल में जीवन यापन कर रहा होता है। हम ऐसा समझते हैं इतिहासकारों के प्रति।

मगर कभी गहराई से अपने आसपास में वर्तमान की किसी भी समस्या का अपने पूर्ण निर्मोह(objectivity) और निष्पक्षता (neutrality) से हो कर समाधान ढूढने की कोशिश करी है?

कभी एक सच्चे दिल से एक सार्थक प्रयास करके आजमाइए अपने आप को।
तब आपको समस्या को उसके मूल से समझने की आवश्यकता महसूस होगी, उसका सरस्वीकृत समाधान और न्याय करने हेतु। 

और ये "मूल से समझने " की बात आपको बता देगी की इतिहासकारों का वर्तमान काल से क्या वास्ता और महत्व होता है।

किसी भी समस्या को गहराई से समझने के लिए उसके मूल से ज्ञान अर्जित करना आवश्यक होता है। ऐसे में इतिहासकारी कर सकना एक कौशल बन जाता है, क्योंकि इस कला को अभ्यास कर सकने वाले लोगों में निर्मोहता, निष्पक्षता और किसी भी विषय को काल रेखा पर उसके बड़े यानी अधिक महत्वपूर्ण बिंदुओं को रखते हुए कथा को निर्माण कर सकने का विशेष कौशल अर्जित हो चुका होता है, जिसके माध्यम से वे समस्या( या सवाल को ) सभी समाज में आम जन को  प्रस्तुत कर के किसी समाधान के प्रति आम स्वीकृति तैयार कर सकते है।

ये अपने आप में बेहद संगीन और विशेष प्रतिभा होती है, जो सभी इंसानों में नहीं मिलती है।

और जिनमे ये प्रतिभा स्वाभाविक तौर पर होती है, वे लोग अक्सर करके एक इतिहासकार आचरण की प्रतिभा की नुमाईश करते नजर आते हैं। हम लोग अपनी अबूझता में ऐसे लोगों को  बेमतलब का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति समझ कर आगे बढ़ते रहते हैं। तब तक, जब तक की हम खुद किसी समस्या या सवाल न आ घिरे।

इतिहासकार वैसे व्यक्ति होते हैं जिनमें किसी भी सवाल को काल रेखा पर रख कर, विस्तृत करके देखने की प्रतिभा होती है। सवाल, जो न सिर्फ अतीत काल से संबद्ध होते हैं, बल्कि वो जो वर्तमान से भी संबद्ध हो सकते हैं। वे लोग सवाल में बैठे तथ्य बिंदुओं को उनकी प्रधानता और गौणता के अनुपात में चिन्हित करके कथा का संक्षिप्त, यद्यपि सत्य रूप से निर्माण करने में प्रवीण होते हैं।

और, क्या आप जानते हैं,  इस घनी प्रतिभा का उपयोग इंसानी समाज को अपनी आपसी विवादों को निवारण के लिए समय समय पर पड़ता ही रहता है।


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