Chor गीत से संबंधित कुछ प्रश्नावली
Reference
1) गीत के बोल का सारांश क्या है आपके अनुसार ?
2) अगर सारांश है ज्ञान और बोध को प्राप्त करने से, तो आपके अनुसार क्या क्या करना पड़ता है, (या कि पड़ सकता है) ज्ञान प्राप्त करने के लिए।
3) क्या क्या, और कितना त्याग करने को तैयार है गीतकार बोध और ज्ञान की प्राप्ति के लिए
4) बोध, ज्ञान और मोक्ष में क्या अंतर होता है, आपके अनुसार ?
5) आपके क्या लगता है,गीतकार की चाहता इस चारो में से क्या है — बोध? ज्ञान ? मुक्ति ? मोक्ष ?
6) त्याग क्यों आवश्यक है?
7) मोह कैसे हमारा मार्ग रोकता है ये (बोध, ज्ञान, मोक्ष etc प्राप्त करने के लिए? आपकी क्या राय है?
8)!मोह को त्याग करने की बात किस अन्य ग्रंथ में कही गई है, आपकी जानकारी के अनुसार?
9)!मोह को त्याग कर देने को क्या पुकारा गया है? उससे क्या मिलता है जीवन में,? इंसान के हृदय में? निर्णय ले सकने की योग्यता में?
10) निर्मोह प्राप्त किए इंसान का व्यवहार , आचरण कैसा हो जाता है? क्या प्रस्तावित किया है भगवद गीता ग्रंथ में इसके बारे में?
11) भवसागर में डोलती नैय्या में हिचकोले खाता हुआ व्यक्ति, जो परेशान है, sea sickness से, — ये क्यों बताया गया है किसी मोह से ग्रस्त व्यक्ति के आचरण के विषय में?
12) निर्मोह प्राप्त किया व्यक्ति क्यों भवसागर से जल्द मुक्ति प्राप्त कर लेते हैं? क्यों ऐसे व्यक्ति जीत और पराजय, मृत्यु और जीवन, प्रेम और घृणा, दया और क्रूरता, इत्यादि से मुक्त हो कर , इन सभी जो़डीदार अवस्थाओं में एक समान आचरण करने लग जाते हैं? और फिर वे कभी कभी तो austistic से प्रतीत होने लगते है, कभी किसी को Mr cool , और किसी को अवस्वाद से ग्रस्त Depression मे घिरे हुए से प्रतीत होते हैं ?
12a) क्या वाकई में वह ऐसे होते है?
13) आप कैसे पहचान करेंगे यदि आप किसी अमुक व्यक्ति के प्रति ऐसा विचार रखते हैं , कि शायद वह depressed है , अथवा autistic है, अथवा drama कर रहा Hypocrite है, जो अपनी असली भावना को किसी वजह से छिपना चाहता है,
या, कि वह वाकई में बोध, या ज्ञान प्राप्त करता, मोक्ष की ओर बढ़ता हुआ निर्मोह व्यक्ति है ?
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