Disinformation का आधुनिक युग का अचूक हथियार
Disinformation यानी झूठी जानकारी , झूठा ज्ञान वह आधुनिक हथियार है जिससे आधुनिक युग में अच्छे से अच्छे , स्थिर और सुसंचालित देश की व्यवस्था को अंदर से खोखला करके ध्वस्त किया जा सकता है।
और तो और, ये वाला अचूक हथियार, Disinformation, और अधिक कारगार बन जाता है जब किसी देश में प्रजातंत्र हो, और जहां स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति को सर्वोपरि माना गया हो !
आज भारत ऐसे कमजोर देशों की सूची में शामिल हुआ, ऐसे एक मोड़ पर खड़ा देश है जहां disinformation बहुत अधिक त्वरित हो रही है, Fake News के माध्यम से।
जब भी किसी देश में Disinformation का हथियार क्रियान्वित किया जा रहा हो, तब आपको इसका पता कैसे चलेगा?
जवाब— आप यदि जागरूक हो, तब आप गौर करना शुरू करिए कि क्या आसपास के समाज में Fake News बहुत अधिक मात्रा में प्रसारित होने की शिकायत हैं, देशवासियों में आपसी खींचा-तनाव बढ़ रहा है, और क्या लोगबाग हल्के और छोटे छोटे विषयों पर भी आपस में विभाजित होने लगा रहे है, जिन पर पहले लोग हंस मुस्कुरा कर आगे बढ़ जया करते थे।
दूसरा लक्षण है, यदि चुनावों में नेताओं का चुनाव बहुत बारीक margin से हो रहा है, यानी मुकाबला बार बार टक्कर का हो रहा है, और Fake News की शिकायतें चरम पर हो, तब भी समझ सकते है कि Disinformation का हथियार किसी गुप्त शक्ति ने देश में सक्रिय कर छोड़ा है ।
Disinformation का हथियार काम कैसे करता है?
आपसी सहमति , आपसी एकता, समाज में धर्म और मूल्य की स्थापना जिनके इर्दगिर्द लोगों में संपर्क और सहयोग कर सके किसी भी जटिल सैनिकीय हालातों में, वहां पर बांधा आ जाती है। लोग अलग अलग जानकारी के चलते आपसी विश्वास नहीं बना पाते है, और वह भी, तुरंत, जो कि परम आवश्यक होता है हालात के मद्देनजर।
ये है Disinformation का आधुनिक युग का अचूक हथियार।
और तो और, ये वाला अचूक हथियार, Disinformation, और अधिक कारगार बन जाता है जब किसी देश में प्रजातंत्र हो, और जहां स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति को सर्वोपरि माना गया हो !
आज भारत ऐसे कमजोर देशों की सूची में शामिल हुआ, ऐसे एक मोड़ पर खड़ा देश है जहां disinformation बहुत अधिक त्वरित हो रही है, Fake News के माध्यम से।
जब भी किसी देश में Disinformation का हथियार क्रियान्वित किया जा रहा हो, तब आपको इसका पता कैसे चलेगा?
जवाब— आप यदि जागरूक हो, तब आप गौर करना शुरू करिए कि क्या आसपास के समाज में Fake News बहुत अधिक मात्रा में प्रसारित होने की शिकायत हैं, देशवासियों में आपसी खींचा-तनाव बढ़ रहा है, और क्या लोगबाग हल्के और छोटे छोटे विषयों पर भी आपस में विभाजित होने लगा रहे है, जिन पर पहले लोग हंस मुस्कुरा कर आगे बढ़ जया करते थे।
दूसरा लक्षण है, यदि चुनावों में नेताओं का चुनाव बहुत बारीक margin से हो रहा है, यानी मुकाबला बार बार टक्कर का हो रहा है, और Fake News की शिकायतें चरम पर हो, तब भी समझ सकते है कि Disinformation का हथियार किसी गुप्त शक्ति ने देश में सक्रिय कर छोड़ा है ।
Disinformation का हथियार काम कैसे करता है?
आपसी सहमति , आपसी एकता, समाज में धर्म और मूल्य की स्थापना जिनके इर्दगिर्द लोगों में संपर्क और सहयोग कर सके किसी भी जटिल सैनिकीय हालातों में, वहां पर बांधा आ जाती है। लोग अलग अलग जानकारी के चलते आपसी विश्वास नहीं बना पाते है, और वह भी, तुरंत, जो कि परम आवश्यक होता है हालात के मद्देनजर।
ये है Disinformation का आधुनिक युग का अचूक हथियार।
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