सजा औपचारिक पद्धति से ही क्यों होनी चाहिए??

सजा आधिकारिक और जन सूचित पद्धति से होनी चाहिए वरना फिर तो जस्टिस मार्कंडेय काटजू वाला हिसाब किताब हो जायेगा की संजय दत्त की फ्लॉप फिल्मों को ही संजय दत्त के अपराधिक कर्मों की सजा और हिट फिल्मो को देश सेवा मान कर उसे क्षमा कर देने की अपील हो जायेगी !!!

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